TALLY NOTES IN HINDI (कंपनी,लेजर,वाउचर,रिपोर्ट)

TALLY NOTES IN HINDI (कंपनी,लेजर,वाउचर,रिपोर्ट):-
हेलो दोस्तों आज अपनी इस पोस्ट में हम टैली एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल करेंगे । ये जानकारी टैली सॉफ्टवेयर ओपन करने से लेकर कंपनी बनाने, ledger बनाने, एंट्री डालने तथा रिपोर्ट देखने तक के सभी options को cover करेगी ।
यदि आप बिलकुल शुरुआत से टैली एकाउंटिंग सीखना चाहते हैं तो आप इस पोस्ट की सहायता से अपने लिए नोट्स भी तैयार कर सकते हैं ।
तो शुरुआत करते हैं टैली :-
- Main Area
यह टैली सॉफ्टवेयर की स्क्रीन का राइट साइड का एरिया होता है । ये एरिया company info के नाम से दिया होता है । इस section में select company, shut company, create company, Alter, backup, restore तथा quit options होते हैं । यहाँ से कंपनी बनाना , बंद करना, पुनः खोलना , कंपनी की इनफार्मेशन में कुछ changes करना , बैकअप लेना आदि कार्य किये जा सकते हैं ।
- Close Button
इस बटन का प्रयोग टैली को बंद करने के लिए किया जाता है ।
- Button Area
ये बटन एरिया टैली के बिलकुल राइट साइड में दिया होता है । इस के द्वारा टैली में कार्य करते समय useful बटन्स शॉर्टकट के रूप में आ जाते हैं ।
- Calculator Panel
टैली में एंट्री डालते समय यदि कैलकुलेशन की ज़रुरत पड़े तो इस पैनल का प्रयोग किया जा सकता है ।
TALLY NOTES IN HINDI (कंपनी,लेजर,वाउचर,रिपोर्ट)
Create Company
tally में accounting करने के लिए आपको सबसे पहले एक company की आवश्यकता होती है । जिसे company info screen की create company option से बनाया जा सकता है । इसमें निम्न options होते हैं ।
- Directory
यह option टैली में बनायीं जा रही company की computer में storage setting को बताता है ।
- Name
यह option company का name डालने की लिए होता है ।
- Mailing Name & Address
कंपनी के मेलिंग नाम एंड एड्रेस को इंडीकेट करने के लिए इस ऑप्शन का उसे करते हैं।
- Country
company information में country name देने के लिए ।
- State
company information में state name देने के लिए ।
- Pin Code
company information में पिन कोड देने के लिए ।
- Mobile
company information में मोबाइल नंबर देने के लिए ।
- E – Mail
company information में e – mail id देने के लिए ।
- Financial Year From
company information में financial year डालने के लिए ।
- Books Beginning From
company information में business start होने की date डालने के लिए ।
- Use Security Control
इस ऑप्शन के द्वारा कंपनी में पासवर्ड सेट किया जा सकता है । जिससे हर कोई कंपनी को ओपन न कर सके ।
- इस प्रकार सभी details fill करने के बाद screen को save करदे । इसके लिए enter के या ctrl + A का प्रयोग कर सकते हैं।
Note:- Tally के इस section में आने के लिए कीबोर्ड से Alt + F3 प्रेस करे ।
- Select Company
टैली में पहले से बानी हुई कंपनी को पुनः खोलने के लिए इस option का प्रयोग किया जाता है।
- Shut Company
टैली में वर्तमान में खुली हुई कंपनी को बंद करने के लिए इस option का प्रयोग किया जाता है।|
- Create Company:-tally में नई company बनाने के लिए इस option का प्रयोग किया जाता है।
- Alter:- tally में पहले से बनी हुई कंपनी में यदि कोई change करना हो या company को delete करना हो तो alter option का use किया जाता है ।
- Change Tally Vault:- इस option के द्वारा tally vault password का use कर सकते है । ये एक high security password होता है ।
- Backup:- company का backup लेने के लिए tally में इस option का use किया जाता है ।
- Restore:- tally में backup लिए गए data को वापस restore करने के लिए इस option का use किया जाता है ।
company बनाने के बाद tally में accounting करने का second step ledger creation का होता है। tally में हर एक ledger किसी न किसी group के under में डाला जाता है । आगे हम ये सीखेंगे की कौन सा ledger किस group में डाला जायेगा ।
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list of some important ledgers with their respective Groups:-
Group name:- Indirect Exp. (अप्रत्यक्षव्यय)
ledgers:-
Salary वेतन
Interest ब्याज
Rent किराया
Light Exp. विद्युत व्यय
Commission Dr. कमीशन दिया
Postage Exp. पत्र व्यव्हार व्यय
Travelling Exp. यात्रा व्यय
Trading Exp. व्यापार व्यय
Donation दान
Bank Charges बैंक व्यय
Telephone Exp. टेलीफ़ोन व्यय
Repair Exp repairing व्यय
Computer Exp कंप्यूटर व्यय
Mobile Exp मोबाइल व्यय
Discount Dr. छुट डेबिट
Insurance Exp. वीमा बिक्री
Advertisement Exp विज्ञापन व्यय
Office Exp. कार्यालय व्यय
Depreciation Exp. depreciationव्यय
General Exp. सामान्य व्यय
Printing Exp छपाई व्यय
Shop Exp. दुकान व्यय
Laptop Exp. लैपटॉप व्यय
Group name:- Direct Exp. ( प्रत्यक्षव्यय )
Ledgers :-
Carriage भाडा व्यय
Water पानी
Fuel Light Power इधन, शक्ति, बिजली
Wages मजदूरी व्यय
Freight भाडा व्यय
Freight In Word गाड़ी भाडा
Director Fees संचालक फीस
Cost Of सोल्ड गुड्स SALE की गयी गयी बस्तुओ की लागत
Menu Factoring निर्माण व्यय
Repairs मरम्मत व्यय
Subscription चंदा दिया
Carriage in Word आंतरिक भाडा
Group Name :-Fixed Assets ( इस्थई संपत्ति )
Ledger :-
Building भूमि
Motor मोटर
Machine मशीन
Furniture फर्नीचर
Computer कम्पटर
Mobile मोबाइल परचेस
Laptop लैपटॉप
Books किताब
Plant And Machine प्लांट एंड मशीन
Shop दुकान
Good Will ख्याति
Vehicle बहान
Others Ledgers ( औरखाते )
Capital पूजी Capital
Drawing आहरण( निजी प्रयोग ) Capital
Creditors व्यापारिक लेनदार Sundry Creditors
Debtors व्यापारिक देनदार Sundry Debtors
Purchase खरीदनाPurchase
Sales बिक्री Sales
Cash नकद पैसा Cash In Hand
Purchase Return खरीदना वापिसPurchase
Sales Return बिक्री वापस Sales
GST जी एस टीDuty And Tax
Opening Stock प्ररम्बिक रहतियाStock In Hand
Closing Stock अंतिम रहतियाStock In Hand
Bills Payable बिल देनाCurrent Liabilities
Bills Receivable बिल लेनाCurrent Liabilities
TALLY NOTES IN HINDI (कंपनी,लेजर,वाउचर,रिपोर्ट)
टैली में कंपनी और ledger बनाने के बाद थर्ड स्टेप वाउचर एंट्री का होता है ।tally में अलग अलग तरह की एंट्री के लिए अलग अलग तरह के वाउचर पहले से ही मौजूद रहते हैं . जैसे पेमेंट वाउचर, रिसीप्ट वाउचर, sale वाउचर, परचेस वाउचर, जर्नल वाउचर आदि।
Tally voucher types Explain:-
- F1 ( Select Company )
tally में पहले से create की हुई company को सेलेक्ट करने के लिए ।
- Alt + F1 ( Shut Company )
tally में present में खुली हुई कंपनी को बंद करने के लिए।
- F2 ( Voucher Date )
tally में voucher entry की date change करने के लिए ।
- Alt + F2 ( Period Change )
tally में voucher entry या फिर किसी report की अवधि बदलने के लिए ।
- Alt + F3 ( Create Company )
टैली में कंपनी इन्फो स्क्रीन पर जाने के लिए ।
- F4 ( Contra )
tally में इस voucher के अंतर्गत बैंक से लेनदेन से सम्बंधित entries को डाला जाता है । जैसे –
cash to cash
bank to bank
cash to bank
bank to cash
- Alt + F4 ( Purchase Order )
किसी factory को दिए गए माल के order की entry इस voucher में की जाती है ।
- F5 ( Payment )
payment voucher में सभी प्रकार के किये गए भुगतान की entry की जाती है । केवल नकद माल के खरीद के entry को छोड़कर क्यूंकि माल की खरीद चाहे नकद हो या उधार उसे purchase voucher में ही करते हैं ।
- Alt + F5 ( Sales Order )
यदि हमें कोई sale order प्राप्त होता है तो उसकी entry sale order voucher में की जाती है ।
- F6 ( Receipt )
इस voucher में सभी प्रकार की नकद प्राप्तियों की entry की जाती हैं । केवल नकद माल के बिक्री के entry को छोड़कर क्यूंकि माल की बिक्री चाहे नकद हो या उधार उसे sale voucher में ही करते हैं ।
- F7 ( Journal )
इस voucher में सभी प्रकार की adjustment entries की जाती हैं । जैसे माल दान में देना , माल चोरी होना , माल आग से नष्ट होना, आदि ।
F8 ( Sales )
इस voucher में नकद तथा उधर बिक्री की entry की जाती हैं ।
- Ctrl + F8 ( Credit Note )
यदि बेचा हुआ माल customer वापस करता है तो उसे credit note में record किया जाया है ।
- F9 ( Purchase )
इस voucher में नकद तथा उधर माल की खरीद के लेखे किये जाते हैं ।
- Ctrl + F9 ( Debit Note )
यदि खरीदा गया माल हम वापस करते हैं तो उसे debit note में record किया जाता है ।
- F11 ( Features )
ये tally के features कहलाते हैं । ये तीन भागो में विभाजित रहते हैं । f1 accounting feature ,f2 inventory feature ,f3 statutory and taxation
- F12 ( Configuration )
f12 configuration में tally के settings रहती हैं । जिनको अपनी ज़रुरत के अनुसार modify किया जा सकता है ।
TALLY NOTES IN HINDI (कंपनी,लेजर,वाउचर,रिपोर्ट)
Method of Adjustment
tally में voucher entry डालते समय bill में rerefence mention करना होता हैं । जिसे method of adjustment कहा जाता है । इसमें निम्न opiton होते हैं ।
- New Ref.
tally में sale या purchase की entry करते समय new bill no देने के लिए new ref. का प्रयोग किया जाता हे ।
- Adjust Ref.
जब party से payment दिया या लिया जाये तो पिछले bill में amount Adjust करने के लिए Adjust ref का use किया जाता है ।
- Advance
जब party से advance में transaction हो तब इस reference का use किया जाता है ।
- On Account
यदि transaction cash में हो रही हो or reference maintain नहीं करना होतो Onaccount Ref का use किया जाता है ।
Conclusion:- इस पोस्ट में हमने tally में कंपनी create करना, ledger create करना, voucher entry करना तथा entry डालते समय reference से सम्बंधित जानकारी पढ़ी । अपनी आने वाली पोस्ट में हम tally में inventory accounting से सम्बंधित कुछ प्रैक्टिकल questions with answers को लेकर आएंगे ।
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